Monday 31 December 2012

Happy new year to all my  Ever Dearest Friends ..

" Real life Touch feel do :"  one of my favrt words which i share with all of you


रचना की पंक़्तियों में :
-------- देर तक उड़नी बाँध कर पाँच मंझे से ( ये हमारी इन्द्रियाँ हैं , जो विवश करती है .. ) वही कहा देखना हाथ ना कटे ................! सुनिये और अपने विचारों से हमें अवगत कराईये कि ...ख्याल और कहीं बातें कितनी  सार्थक हैं !
                                                            

Saturday 29 December 2012

तपिश ख्यालों की.. !


उनके अशारों में खोया तो मिल ना पाया
चैन मेरा जिस रास्ते भटका फिर मिल ना पाया

वीडियो देख कर अपनी राय साझा करें ..! आभार ! 
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