मै मिस्टर इण्डिया हूँ !!!!!!
मै ही परेशाँ , परेशानियों की बज़ह हूँ,
मै हूँ आम, खासो-आम खुद को समझता हूँ ,
मै हूँ ....! मै ही मिस्टर इण्डिया हूँ ...
कभी लम्बी कतारों मे खडा , मेज में कभी लेता मज़ा हूँ,
क्या सजायें है सताने की, खुद कतारों में पसीना बहा रहा हूँ ,
हाँ , मै ही हूँ , मै ही तो मिस्टर इण्डिया हूँ ...
हैं शिकयातें इतनी की, अपने कानों मे रुई दबा रखा हूँ ,
नज़र खुद पे न पडे, खुद्दारी का गला दबा रखा हूँ ,
किस का हवाला दूँ, मै ही तो मिस्टर इण्डिया हूँ ...
देख ली अपनी नज़र से दुनिया बहुत ..( ये विदेशों मे बसे प्यारे हिन्दुस्तानी भाई बहन )
पर खुद घर मे बिखरें नजारो से जुदा हूँ
बौखलाओ मत .. आईने के सामने खड़े हो !
बस हौसला रखो, कह दो ..! मै ही तो मिस्टर इण्डिया हूँ ...
क्या हाथों में लाल-पीली रोशनी चाहते हो ?
नही, लाल -पीली बत्ती की सवारी चाहते हो ..
होते उधर जिधर भीड बड़ी है , भीड मे बुद्धा बनना चाहते हो
निकल आओ खुश फहमियों से , निकम्मेपन का इलाज़ ढूढों
बस , तुम अपनी करनी का फल , किसी और को देना चाहते हो
है होसला तो अब बस करके कह क्यूँ नही देते !
हाँ मै ही मिस्टर इण्डिया हूँ !!!!!!!
हाँ मै ही तो , मिस्टर इण्डिया हूँ !!!!