हर घाव भरते वक़्त खुजाल बडा देता है ..
खुदा भी बढा शातीर है .. उंगलियो के नाखुन बढा देता है ..
बस ..एक गलती करके देखीये साहिब ..
भरते घाव को नाशुर बना देता है ..
ज़िन्दगी हर लम्हा बुनियादी सिख देती है .. दोस्त !!!
हर गलती इंसान को कुछ न कुछ तो सिखा ही देता है ..
बस अच्छा हो या बुरा वक्त उसको न भुल जिसने कयनात बनाई..
यदी उसे भुल बेठा .. तो वो तुझसे सवाल पुछ्ने के हक भी छुडा लेता है ..
उसकी मर्जी पे सारी कुदरत चलती है ..
जो तू आज बोयेगा वही दरख्त वो तेरे गुलशान या विराने मे खिला देता है ..
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खुदा भी बढा शातीर है .. उंगलियो के नाखुन बढा देता है ..
बस ..एक गलती करके देखीये साहिब ..
भरते घाव को नाशुर बना देता है ..
ज़िन्दगी हर लम्हा बुनियादी सिख देती है .. दोस्त !!!
हर गलती इंसान को कुछ न कुछ तो सिखा ही देता है ..
बस अच्छा हो या बुरा वक्त उसको न भुल जिसने कयनात बनाई..
यदी उसे भुल बेठा .. तो वो तुझसे सवाल पुछ्ने के हक भी छुडा लेता है ..
उसकी मर्जी पे सारी कुदरत चलती है ..
जो तू आज बोयेगा वही दरख्त वो तेरे गुलशान या विराने मे खिला देता है ..
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wah !! sachi khyal buniyadi hai zajbaat bhaut behtrain ...
ReplyDeletethank you so much Dharmendra ji ...
ReplyDeletewaah! waah! Two lines for u dost..
ReplyDeletekhuda baksh de aaj meri jaan yeh jaankar....
Uske siwa kisi aur ko bhi main chahne laga hun....
वाह बहुत खुब कहा..
ReplyDeleteचाहत का वजुद बना रहे ..
सांस दो सांस जितने रिश्तो को मिले तज़ा और दिलकश मिले..
फिर एहशास को मुकम्मल होते देर नही ..
उस सच्चे रिश्ते मे खुदा हंसता मुस्कुराता तुम्हे मिले..
आमीन !!!!